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उद्देश्या: बिहार के जनताओ को खुद का वेवपर करने में मदद करता है आज की इस बढ़ती जनसंख्या और बेरोजगारी को देखते हुए सरकार का जनता के प्रति ये उद्देश्य है की व्यक्ति खुद का वेवपार कर सके और अपना व्यापार बढ़ा सके इसी को देखते हुए सरकार बिहार लघु उद्यमी योजना लाई है ।
बिहार उधमी योजना क्या है?
इस योजना के माध्यम से सरकार बिहार के तमाम जनता को खुद का वेवपार करने के लिए सुरु कराया गया है । उद्यमी योजना (Bihar Udyami Yojana) का उद्देश्य राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देना और छोटे तथा मध्यम उद्यमों के विकास को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत उद्यमियों को विभिन्न प्रकार की वित्तीय और गैर-वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है ताकि वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक स्थापित कर सकें और उसे आगे बढ़ा सकें।
बिहार उद्यमी योजना के मुख्य बिंदु:
- वित्तीय सहायता:
- सब्सिडी और अनुदान: नए और मौजूदा उद्यमियों को सब्सिडी और अनुदान प्रदान किया जाता है ताकि वे अपने व्यवसाय को स्थापित या विस्तारित कर सकें।
- आसान ऋण: उद्यमियों को बैंकों और वित्तीय संस्थानों के माध्यम से आसान शर्तों पर ऋण प्रदान किया जाता है।
2. तकनीकी सहायता:
- प्रशिक्षण: व्यवसाय प्रबंधन, मार्केटिंग, उत्पादन तकनीक, और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है।
- सलाहकार सेवाएं: उद्यमियों को विशेषज्ञों से व्यवसाय सलाह और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
3. मार्केटिंग और एक्सपोर्ट प्रमोशन:
- विपणन सहायता: उद्यमियों को अपने उत्पादों के विपणन के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
- प्रदर्शनियों और मेलों में भागीदारी: उद्यमियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनियों और मेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
4. मार्केटिंग और एक्सपोर्ट प्रमोशन:
- विपणन समर्थन: उद्यमियों को उनके उत्पादों के विपणन के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
- प्रदर्शनियों और मेलों में भागीदारी: उद्यमियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनियों और मेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
5. विशेष प्रोत्साहन:
- महिला उद्यमी: महिला उद्यमियों को विशेष प्रोत्साहन और सहायता प्रदान की जाएगी।
- अनुसूचित जाति/जनजाति और पिछड़े वर्ग: अनुसूचित जाति/जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के उद्यमियों को विशेष सब्सिडी और अनुदान दिया जाएगा।
उद्यमी योजना का पैसा कब मिलेगा 2024?
बिहार उद्यमी योजना 2024 के तहत आवेदन प्रक्रिया पूरी करने और आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, विभिन्न स्तरों पर आवेदन की जाँच और मूल्यांकन किया जाएगा। इसके बाद पात्र आवेदकों को योजना का लाभ दिया जाएगा। वित्तीय सहायता, सब्सिडी, और ऋण के रूप में मिलने वाला पैसा आवेदकों को कुछ चरणों में प्राप्त होगा।
आम तौर पर, इस प्रक्रिया के चरण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- प्रारंभिक जाँच: आवेदनों की प्रारंभिक जाँच की जाएगी, जिसमें यह देखा जाएगा कि सभी दस्तावेज सही और पूरे हैं या नहीं।
- आवेदन और दस्तावेज़ जमा करना: ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से आवेदन और आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
- साक्षात्कार और निरीक्षण: कुछ मामलों में, अधिकारियों द्वारा साक्षात्कार या निरीक्षण किया जा सकता है ताकि आवेदन की प्रामाणिकता सुनिश्चित की जा सके।
- मूल्यांकन और स्वीकृति: सभी आवश्यक जाँच पूरी होने के बाद, आवेदन को मूल्यांकन समिति द्वारा स्वीकृत किया जाएगा।
- अधिसूचना: स्वीकृत आवेदकों को अधिसूचना भेजी जाएगी, जिसमें उन्हें सूचित किया जाएगा कि उनका आवेदन स्वीकृत हो गया है और उन्हें वित्तीय सहायता कब और कैसे मिलेगी।
- वितरण: स्वीकृति के बाद, वित्तीय सहायता चरणबद्ध तरीके से या एकमुश्त राशि के रूप में वितरित की जाएगी। बैंक खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है।
यह आमतौर पर, आवेदन प्रक्रिया में से लेकर धनराशि प्राप्त करने तक का समय 3 से 6 महीने के बीच हो सकता है, लेकिन यह समय अवधि विभिन्न कारकों जैसे आवेदन की संख्या, जाँच प्रक्रिया की गति, और अन्य प्रशासनिक कारणों पर निर्भर कर सकती है।
उद्यमी लोन कैसे लें ?
उद्यमी लोन लेने की प्रक्रिया को सही तरीके से समझने और सफलतापूर्वक आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
योजना और तैयारी
- एक विस्तृत व्यवसाय योजना (Business Plan) बनाएं जिसमें व्यवसाय का विवरण, लक्ष्य, बाजार विश्लेषण, वित्तीय अनुमान, और विकास की रणनीति शामिल हो।
- व्यवसाय योजना में शामिल करें:
- व्यवसाय का नाम और प्रकार
- लक्ष्य बाजार और ग्राहक आधार
- विपणन और बिक्री रणनीति
- प्रतिस्पर्धी विश्लेषण
- वित्तीय प्रक्षेपण (मासिक और वार्षिक बजट)
Bihar Laghu Udyami Yojana 2024 में कितनी आर्थिक सहायता मिलेगी?
बिहार सरकार द्धारा इस योजना के तहत कुल ₹ 2,00,000/- रुपियो की आर्थिक सहायता राशि मुख्यतौर पर कुल 3 किस्तो मे प्रदान की जायेगी जिसके बारे में सारी जानकरी निम्नलिखित है:
किस्ते कुल (%) कुल ₹)राशि
1st 25% 50,000/-
2nd 50% 1,00,000/-
3rd 25% 50,000/-
बिहार लघु उद्योग का पैसा कब आएगा?
बिहार लघु उद्यमी योजना 2023-24 के अंतर्गत लगभग लोगो को 40000 लाभुकों को प्रथम क़िस्त (रुपए 50 हज़ार) की राशि 6 मार्च 2024 को मा. मुख्यमंत्री के कर कमलों से, मा. उप मुख्यमंत्री सह उद्योग मंत्री की उपस्थिति में, वितरित की जाएगी। इस दिन सभी लाभार्थियों को लाभ मिलेगा ।
लघु उद्योग के अंतर्गत क्या क्या आता है?
लघु उद्योगों की श्रेणी में कई प्रकार के उद्योग आते हैं जो छोटे पैमाने पर संचालित होते हैं और जिनकी उत्पादन क्षमता और निवेश सीमा सीमित होती है। ये उद्योग विभिन्न क्षेत्रों में आते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लघु उद्योगों की सूची दी गई है:
.1 खाद्य और पेय उद्योग
- पैकेज्ड फूड: चिप्स, नमकीन, अचार, जूस, और अन्य पैकेज्ड फूड का उत्पादन।
- बेकरी: ब्रेड, केक, बिस्किट, और अन्य बेकरी उत्पादों का निर्माण।
- मसाला निर्माण: विभिन्न प्रकार के मसालों का उत्पादन और पैकेजिंग।
- डेयरी उत्पाद: दूध, दही, पनीर, मक्खन आदि का उत्पादन और प्रोसेसिंग।
2 कपड़ा और परिधान उद्योग
- रेडीमेड गारमेंट्स: टी-शर्ट, शर्ट, पैंट, साड़ी आदि का निर्माण।
- डाइंग और प्रिंटिंग: कपड़ों पर रंगाई और छपाई का कार्य।
- हस्तशिल्प: हाथ से बने वस्त्र, कढ़ाई का काम, बुनाई आदि।
- टेक्सटाइल प्रोडक्शन: सूती, ऊनी और सिंथेटिक कपड़ों का उत्पादन।
3 रासायनिक और प्रसाधन सामग्री
- सौंदर्य प्रसाधन: क्रीम, लोशन, शैम्पू आदि।
- साबुन और डिटर्जेंट: साबुन, डिटर्जेंट पाउडर आदि का निर्माण।
- सुगंध और परफ्यूम: इत्र, एरोमा ऑयल आदि।
4 हस्तशिल्प और हेंडीक्राफ्ट
- पॉटरी: मिट्टी के बर्तन, मूर्तियाँ आदि।
- बांस और लकड़ी का काम: फर्नीचर, सजावटी सामान, खिलौने आदि।
- जूट उत्पाद: बैग, रस्सी, कालीन आदि।
5 प्लास्टिक और रबर उत्पाद।
- प्लास्टिक पैकेजिंग: बोतलें, बैग, कंटेनर आदि।
- रबर उत्पाद: टायर, ट्यूब, रबर बैंड आदि।
- प्लास्टिक के घरेलू सामान: बाल्टी, मग, कंटेनर आदि।
बिहार में उद्यमी योजना के लिए कौन पात्र है?
- निवास: बिहार में योजना के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति बिहार का निवासी होना चाहिए।
- उम्र: अधिकांश योजनाओं में आवेदक की उम्र की कोई निर्धारित सीमा होती है, जिसे पार करना आवेदक को पात्र नहीं बनाता है।
- व्यावसायिक योजना: उद्यमी योजनाओं के लिए आवेदकों को अपने व्यावसायिक योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत करना हो सकता है।
- यह योजना उनके उद्योग के बारे में सटीक जानकारी, वित्तीय योजना, विपणन योजना, उत्पादन प्रक्रिया, आदि पर आधारित हो सकती है।
- शैक्षिक योग्यता: कुछ योजनाओं में आवेदक को निश्चित शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता हो सकती है।
- वित्तीय स्थिति: कई योजनाओं में, आवेदक को उद्यम की आरंभिक निवेश या पूंजी की आवश्यकता होती है। यह निर्धारित राशि या निवेश के लिए वित्तीय स्थिति का प्रमाण हो सकता है।
लघु उद्योग रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
लघु उद्योग रजिस्ट्रेशन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- आवेदन पत्र भरें: वेबसाइट पर उपलब्ध आवेदन पत्र को भरें। आवश्यक जानकारी जैसे कि उद्योग का प्रकार, संबंधित उत्पाद, उत्पादन क्षमता, आदि प्रदान करें।
- आधिकारिक वेबसाइट पर पहुंचें: आपको अपने राज्य के उद्योग विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां आपको लघु उद्योग रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक जानकारी और फॉर्म प्राप्त होंगे।
- दस्तावेज जमा करें: आवश्यक दस्तावेजों को जमा करें, जैसे कि व्यवसाय प्रमाण पत्र, बैंक की जमा विवरण, कारखाना की छवियाँ, आदि।
- प्रमाण पत्र प्राप्त करें: आपके द्वारा भेजे गए आवेदन को संबंधित विभाग द्वारा समीक्षा किया जाएगा। यदि सभी जानकारी सही है और आपका आवेदन पूरा है, तो आपको लघु उद्योग प्रमाण पत्र प्राप्त होगा।
- फीस भरें: आवेदन फॉर्म के साथ संलग्न फीस का भुगतान करें। फीस की राशि आपके उद्योग के प्रकार और आपके राज्य के नियमों पर निर्भर कर सकती है।