छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना :- हेलो मित्रो आपका स्वागत है हमारे आज के इस नए पेज के अंदर छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के बारे में जानने आए है तो आपका तलास यह आके खतम होता है आज हम आपको बताएंगे छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के बारे में हम आपको समपुण जानकारी करें कराएंगे तो हमारे navbharatscheme.com में बने रहे और योजना का आनद ले ।
योजना का उद्देश्य:
(1) पशुओं को संख्या में वृद्धि ।
(2) पशुपालकों की आय में वृद्धि ।
(3) पसुधान की खुली चराई पर रोक ।
(4) जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा एवं रसायनिक उवरक उपयोग में कमी ।
(5) खरीफ एवं रावी फसल सुरक्षा एवं दिव्घसलीय क्षेत्र विस्तार ।
(6) स्थानिय सत्तर पर जैविक खाद की उपलब्धता ।
(7) स्थानीय स्व सहायता समूह को रोजगार के अवसर ।
(8) भूमि की उद्रता में सुधार
(9) विष रहित खाद्य पदाथो की उपलब्धता एवं सुपोषण ।
छत्तीसगढ़ में गोधन या योजना कब से लागू की गई है ?
छत्तीसगढ़ में गोधन काफी पहले से चली आरा है पहले के लोग अपनी खाती गोधन खाद से करते थे लोग जाद उबरकता को बदने के लिए इसका उपयोग करते थे सरकार उसको को देखते हुए इस योजना को लाई है इस योजना के सुरवत 20 जुलाई 2020 को किसानो / पशुपालको को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गयी है।
पशुधन मालिकों से गाय के गोबर की खरीद के लिए गोधन न्याय योजना शुरू करने वाला भारत का पहला राज्य कौन सा है?
गोधन न्याय योजना’ की शुरुआत छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण पर्व ‘हरेली’ के मौके पर 20 जुलाई, 2020 को किया गया था। हरेली पर्यावरण को समर्पित त्यौहार है। गोधन न्याय योजना राज्य के पशु मालिकों से गाय के गोबर को खरीदने की योजना है। योजना का क्रियान्वयन एक पांच सदस्यीय कैबिनेट समिति करती है।
गाय के गोबर से पैसे कैसे कमाए?
गाय के गोबर से पैसे कमाने के कई तरीके हो सकते हैं, विशेषकर इसे उपयोग करके उत्पादन की प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है। यहाँ कुछ ऐसे तरीके हैं:
- उर्वरक बनाना: गोबर को उर्वरक बनाने में उपयोग किया जा सकता है, जो कि खेतों में उपयोग होता है और फसल की उत्पादकता को बढ़ावा देता है।
- कम्पोस्ट बनाना: गोबर को कम्पोस्ट में परिवर्तित करके उसका उपयोग खेती में किया जा सकता है। कम्पोस्ट किसानों के लिए खेती में पोषण और मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- गोबर की शक्ति उत्पादन: गोबर से बायोगैस उत्पादन किया जा सकता है, जो बिजली उत्पादन के लिए उपयोगी होता है।
- हर्बल उत्पादन: गोबर का उपयोग अधिकतर गोबर कोश और अन्य हर्बल उत्पादनों के लिए किया जा सकता है, जो कि विभिन्न औषधीय उत्पादों के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
- गोबर कला उत्पादन: गोबर का उपयोग आर्ट और क्राफ्ट में किया जा सकता है, जैसे कि गोबर कला, आंगन के सजावट, आदि।
पशु धन योजना क्या है?’
पशु धन योजना” भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जो कि गरीब पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए है। इस योजना के तहत, गरीब पशुपालकों को उनके पशुधन के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारना और पशुपालन के क्षेत्र में उनके जीवनाधार को मजबूत करना है।इस योजना के अंतर्गत, पशुपालकों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है, जैसे कि पशुओं के खर्च पर छूट, पशुओं के लिए औषधियों की व्यापारिक सहायता, पशुओं के लिए बीमा, और अन्य संबंधित सुविधाएं। इसका मुख्य उद्देश्य पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है ताकि उन्हें अपने पशुओं के पालन-पोषण के लिए अधिक समर्थ हो।
गाय का गोबर कैसे बेचे?
गाय का गोबर बेचने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:
- स्थानीय बाजारों में बेचना: आप अपने स्थानीय बाजारों और मंडियों में गाय के गोबर को बेच सकते हैं। वहाँ आपको किसानों, उपयोगकर्ताओं या किसी औद्योगिक उत्पादन के लिए उपयोग करने वालों के लिए गोबर की मांग हो सकती है।
- ऑनलाइन प्लेटफार्म: आजकल ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर भी गोबर का बाजार है, जैसे कि बिजली उत्पादन कंपनियों, उर्वरक निर्माताओं, किसानों और अन्य उपयोगकर्ताओं के लिए गोबर की आवश्यकता हो सकती है। आप इन प्लेटफार्मों पर अपने गोबर की पेशकश कर सकते हैं।
- कृषि संबंधित उत्पादों के लिए डीलर्स: कृषि उत्पादों के लिए डीलर्स जिन्हें उर्वरक, कम्पोस्ट, या अन्य कृषि संबंधित उत्पादों की आपूर्ति की जरूरत हो सकती है, उन्हें गोबर की आवश्यकता हो सकती है। आप उनके साथ संपर्क करके अपने गोबर की पेशकश कर सकते हैं।
- सीधे उपयोगकर्ताओं को बेचें: अगर आपके पास स्थानीय उपयोगकर्ता हैं, जैसे कि बड़े गार्डन या किसान, तो आप सीधे उन्हें गोबर बेच सकते हैं।
1 किलो गाय के गोबर की कीमत कितनी है?
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निर्मित छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना : के अंतर गत वैसे तो प्रति एक जगा का गोबर का दम अलग अलग होता है परंतु छत्तीसगढ़ सरकार संपुष छत्तीसगढ़ में 1 किलो गाय के गोबर की कीमत 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से देती है ।
गोबर के उपले की कीमत कितनी है?
भारत में भी बड़े शहरों में उपले ऑनलाइन मिलते हैं. आप ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट Amazon से इसे करीब 150 रुपये में खरीद सकते हैं. दिवाली और दशहरे जैसे त्योहारों में बहुत से लोग ‘ज्योति’ जलाकर पूजा करते हैं जिसके लिए उन्हें गोबर के बने उपलों की जरूरत होती है
गोबर के फायदे क्या है ?
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शुरू किया गया योजना है सरकार आने वाली पीढ़ी को देखते हुए और आने वाले कल को देखते हुए इस योजना का प्रारंभ की है इस योजना के तहत सरकार गयो का गोबर का खरीदी करता है और साथ ही सरकार उसगोबर का जैविक खाद बना के किसानों को प्रोत्साहन करती है जिससे वे विकसित खाद को छोड़ के जैविक खाद की और ही आगे बड़े जैविक खाद से फसल को पैदा वार मे वृद्धि होता है और किसानो को और जनताओं को शुद्ध और अच्छा भोजन की प्राप्ति हो छत्तीसगढ़ सरकार गोधन न्याय योजना : का एक कारण ये भी है की आज की जनरेशन में लोग अपनी धरती और अपने संस्कृति को भूलते जा रहे इस योजना के माध्यम से सरकार छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना से हमारी संस्कृति को निखारना चाहती है और किसानो को और पशुपाल कों लाभ पहुंचाना चाहती है ।
गोधन न्याय योजना ऑनलाइन पंजीकरण
गोधन न्याय योजना ऑनलाइन पंजीकरण उन सभी उम्मीदवारों के लिए आवश्यक है जो godhanyay.cgstate.gov.in पर या गोधान न्यय योजना ऐप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं। अब जब गोधान नायक योजना आवेदन पत्र उपलब्ध है, तो आप आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया और पात्रता आवश्यकताओं को अब आधिकारिक अधिसूचना में ध्यान से पढ़ा जा सकता है। इस लेख का उद्देश्य “गोधान न्यय योजना 2022” जैसे योजना लाभ, योग्यता मानदंड, योजना, आवेदन की स्थिति और अनुप्रयोग प्रक्रिया जैसी प्रमुख विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रदान करना है।
किसे मिल सकता है छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना का लाभ
- आवेदक छत्तीसगढ़ राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- गोधन योजना में राज्य के गायपालक ही हिस्सा ले सकते हैं।
- प्रदेश के बड़े जमींदारों/व्यापारियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता।
गोधन न्याय योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पशुओं से संबंधित जानकारी
- पासपोर्ट साइज फोटो